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Sunday, March 8, 2015

ग़ालिब ने भी क्या खूब कहा है

"सपना" को देखकर "सपने" मे "स्वपनदोष" हो गया ।।।।

"सपना" भी बच गई ओर "संतोष" भी हो गया ।।।।।।

🙊🙊🙊👏👏👏💐💐😜😜

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